• About
  • Contact
  • Blog
  • life lessons
forhindi
Login
  • life lessons
  • Blog
  • Contact
  • About
forhindi

Browse Category: #best_hindi_kahaniya

///////////////
#best_educational_stories_in_hindi#best_hindi_kahaniya#best_short_moral_stories_in_hindi#hindi_moral_stories#hindi_moral_stories_with_pictures

परिस्थितियां और हम

forhindi 1 मई 2022 1 comment
परिस्थितियां और हम

परिस्थितियां और हम

‌          परिस्थितियों का पक्का अनुमान रहे – 

             हम इंसान है ये ध्यान रहे !

 

एक पंडित था, जो कि काफी ज्यादा लोकप्रिय था। उसके कुछ शिष्य थे – जो उससे शिक्षा प्राप्त कर रहे थे।

तो क्या होता कि, गुरुकुल का एक नियम था – जिसके अनुसार एक निश्चित समय पर शिक्षा प्राप्ति के बाद

सभी शिष्यों को दक्षिणा लेने को जाना होता था। तो इस बार कुछ शिष्य अपने आश्रम के समीप स्थित राज्य के राजा के वहाँ गय,

इस उद्देश्य से कि एक बार राजा जी से माँग ले-तो रोज – रोज माँगने की नौबत ही नहीं आयेगी।

तो वो शिष्य निकल पड़े राजमहल की तरफा। राजमहल दो घंटे की दूरी पर था ।

आज से और आजम से राजमहल तक पहुंच कई रास्ते थे।और आश्रम से राजमहल पहुंचने तक के कई रास्ते थे।

उनमें से अधिकतर दो घंटे के आस-पास ही पहुंचाते। मगर एक रास्ता था – जंगल से होकर ।

जिससे राजमहल की दो घंटे की दूरी – डेठ घंटे में ही पूरी की जा सकती थी।

पर वो रास्ता अच्छा नहीं था इन्होंने – सुन रखा था। इसलिए उस रास्ते से कोई आता -जाता  नहीं था।

और जो कभी आते-जाते थे। बड़ी विपत्ति का सामना करना पड़ता था – उनको ।

जो उस जंगलों से भी आय थे । वो बताते थे कि वहाँ पर एक गौंग रहता है।

पर यह काकी साल पहले की बात थी – अब उस जंगल से आना-जान सुगम हो गया था।

कुछ लकड़हारे उसी जंगल में रहने लगो थे।

परिस्थितियां और हम ,हिन्दी_कहानी,#hindimoralstories,#bestmoralstoriesinhindi,#hindikahaniya
रास्ता

 क्योंकि जो गैंग थी – वो राजा के डर  से कहीं और चली गईं थी- ऐसा सुनने में आया था।

तभी-से वहां लकड़हारे रहने लगे थे। तो जो शिष्य थे – वो थोड़े निडर थे।

निकल गय उसी रास्ते – से राजा जी के के पास जल्द से जल्द पहुँचने के लिए।

जाते समय उन्हें कोई तकलीफ नहीं हुई। लकड़हारों ने उन्हें पानी-वानी भी पिलाया  और

बातों- बातों में उन्हें पता चला कि वे आश्रम से आय शिष्य है – जो राजा जी के पास जा रहे हैं –

भिक्षा मांगने। लकड़हारों ने उनकी और मदद की  राजमहल जल्दी-से-जल्दी पहुंचने में ।

ये राजमहल पहुंचे। राजा से भीछा ली और यह सोचते-बतियाते खुशी से आ रहे थे।

 

 

कि हम तो जय हनुमान ने गए थे राजा साहब कितने अच्छे हैं इतने सारे अन्नों के साथ सोने-जवाहरात भी दे दिया है।

अब हमें मांगने की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी और गुरुदेव भी हमारी बहादुरी से खुश होकर।

हमें इनाम देंगे। पर वो जब गुरुकुल पहुंचे तो – काफी डरे हुए और खाली हाथ लौटे थे।

जब गुरु जी ने पूछा, ” क्यों भाई आज तुम लोगों को किसी ने डराया है क्या ?

और भिक्षा भी नहीं दिया क्या ? और तुम लोगों  की भिक्षा पात्र पोटली कहां है,

जो तुम लोगों के शरीर से लटकती रहती थी?” तो उन शिष्यों ने डरते-डरते सारी घटना सुना दी कि गुरुदेव हम राजा के पास गए थे।

भिक्षा प्राप्त करने। जल्दी जाने के चक्कर में हमने जंगल वाला रास्ता पकड़ लिया।

जाते वक्त तो कुछ नहीं हुआ बल्कि उन लकड़हारों ने मदद भी की थी।

आते वक्त उन्होंने हमें पानी पिलाकर बेहोश करके हमारा सारा धन समेत –

भीक्षा भी उन्होंने ले -लिया।

परिस्थितियां और हम ,#woodcutter,#hindistories,#beststoriesinhindiwithpictures,#moralstoriesinhindiwithpictures

 

 

और हमें अचेत अवस्था में वही जंगल में ही छोड़ दिया। जब चेतना आई तो – पाया कि अंधेरा होने लगा है

और हम लोग भटक गए थे, जंगल में कहीं। पर जैसे-तैसे हम लोग वहां उस जंगल से बच के आए।

गुरुदेव ने समझाया कि, वह जो लकड़हारे – हैं असल में वही वह गैंग वाले हैं ।

और जिन्हें वो उस जंगल से आने-जाने देते हैं वो उनके ही संगी-साथी होते हैं।

और या वो लोग जिनके पास ज्यादा कुछ नहीं होता है।

पर तुम लोगों ने मुझे बिना बताए राजा के पास गए और वह भी सोना-चांदी मांगने ।

इसकी मैं – तुम लोगों की अवश्य सजा देता पर तुम लोग पहले ही  सजा पा चुके हो – तो मैं क्या दूं!

 

For more stories click on the links 👇👇 

1.हाथ जोड़ ली – और शक्ति छोड दी : समझ ज़रूरी है! (Hindi Edition) Kindle Edition
2.अंधेरों का उजियाला (Hindi Edition) Kindle Edition
3.जिंदगी – पाप और कर्म (Hindi Edition) Kindle Edition

कहानियां जो साथ निभाए –
ज़िन्दगी भर – ज़िन्दगी के लिए !
  • Facebook
  • Twitter
  • Google Plus
  • Pinterest
  • Email

Related Posts

राधे – श्याम

भ्रम

#best_educational_stories_in_hindi#best_hindi_kahaniya#bloggerhindistories#hindi#short_hindi_stories#शिक्षाप्रद_हिंदी_कहानियां

मैडमों ( एक देहाती और ऑफिस_ कल्चर का टक्करार)

forhindi 28 अप्रैल 2022 0 comment

 मैडमों

मैडमों,#hindimoralstory,#bestmoralstoryinhindi,#bestshortmoralstoriesinhindi,#हिंदीकहानिया
Office

 

एक ऑफिस था और काम करने वाले स्टाफ और उनके काम करने वाले जगह को साफ रखने वाले/वाली “स्टाफ वहाँ काम करते थे।

इन्ही जगह साफ करने वाली में से एक नई देहात से आई थी। देहात की यानिकि :- 👇

मैडमों,#village,#hindistories,#moralvaluestoriesinhindi,#hindikahaniya,#kahaniyahindi
Village

 

शर्म-हया-खुलेपन-मदमस्त और अपनापन का मिजाज वाले लोगों का बसेरा।

ये वहाँ से हाल ही में किसी के कर्जा चुकाने के खातिर अपनी पति की कमाई मे मदद कराने आई थी।

उसक पति काफी सालों से काम कर रहा तो आसानी से कंपनी में भर्ती करवा देता है।

ऑफिस यानिकि व्यवस्था सीनियरों का रिस्पेक्ट। ये रंगीन दुनियाँ में सादगी (ब्लैक एंड व्हाइट) का मिश्रण था ।

सादगी बेचारी इतनी रंगीन दुनिया को देखती तो देखती रह जाती – इतने फ्लोरो कौन से में से फ्लोर में जाना है,

खोजते रह जाती – पगडंडियों  यानिकि पगों के निशाने के पिछे चलने वाली – फर्श पर चलने आई थी – परेशानी तो थी ।

लहजा जरा गाँव वाला था – करती तो काफी लोग समझ नहीं पाते और काफी समझना नहीं चाहते थे।

ये मैडम को मैडमो कहकर पुकारती।  व्यवस्था परेशान थी, नाखुश थी-  पर सादगी पसंद सबको है।

पति काफी सालों से सुपरवाईजर था और मैंनेजर को पता था कि बेचारे पर काफी कर्जा है

तो उस सादगी को कभी दरवाजा नहीं दिखाया उन्होंने।

 

 

 

पर वो हर दरवाजा देखती। क्योंकि उसे शीशों का चक्कर समझ में नहीं आया था।

पुरानी आदत थी तो – वैसे ही जीते जैसे अपने गाँव में – पर शहर का थोड़ा ख्याल रखने की कोशिश करती ।

पर रख पाने में असक्ष्म थी। तो जो इसके साथ काम करते वो बड़ा परेशान थे –

क्योंकि इसको काम करना सही से आता नहीं था- मिट्टी को गोबर से लिपकर तो स्वच्छ कर देती थी –

पर फर्श के दाग हटाना इसको नहीं आता था । ये रंगीना दुनियाँ से परेशानी थी और रंगीन दुनियाँ इसकी –

सादगी से। इसको व्यवस्थित रहना – नही आता – जैसे मन करती रहती और लहजा गाँव वाला ही रखती ।

एक दिन मैडमों सब चाय पी रही थी कि इसकी नदानी – की वजह से हाथ से मैडमो का कप गिरा

और उनका ड्रेश गंदा हो – गया। जिस तरीके से कप बिखड़ा इनका गुस्सा कुछ ऐसे ही खंडीत हुआ।

 

मैडमों,#brokencup,#hindimoralstoriesinhindi,#hindikahaniya,#bestshortmoralstoriesinhindi,#hindiblog

 

 

सादगी बेचारी डर गई जैसे नई दुल्हनियाँ  घबरा जाती है अपनी सास की डाँट सुनकर।

ये बोली, “माफ कर दो मैडमों- हमसे गलती से टूट गया। हम को नहीं दिखा था।

मैनेजर साहब से हमारे ऊ का कहते हैं शिकायत मत करना ।

चाहे हमको कितना भी कुछ कह लो या मार लो।” पर मैडम का संयम कप के गिरने से ही बिखड़ गया था।

और सभी उसकी ओर देख रहे थे उसकी दोस्त भी तो वो, “यूँ जाहील- गंवार ना जाने कहाँ-कहाँ से आ जाते है?”

जब काम करने नही आता तो क्यों आईं हो यहाँ। अभी रूको तुमको तुम्हारी औकात दिखाती हूँ ।”

सादगी बेचारी कांप उठी थी। मैनेजरे में सुनाया बहुत पर  ऑफिश से निकाला नही ।

 

दूसरी काम करने वालो ने उन बिखड़े कप के टुकड़ो को तो उठा लिया और

फर्श पर कैमिकल भी गिरा दिया। पर मैडमों का दाग, जल्दी नहीं हट रहा था ।

अब ये मैडमों से बच-बच के रहती और इसको मैडमों देखकर चिड-चिड़ी सी हो जाती।

‘काफी दिनों तक ऐसे ही चला। दो-चार महीने इसी लुका-छुप्पी में बीत गई।

पर दाग अभी- भी था – थोड़ा-थोड़ा, पर था। तो आज क्या हुआ कि ये मैडमों उस वाशरूम में थी

जिसमें वह काम कर रही थी। इसने सैंडल पहने थे।

मैडमों,#सैंडल,#हिन्दीकहानियां,#प्रेरणादायककहानियां,#bestshortmoralstoriesinhindi,#hindimoralvaluesstories
Sandal

 

 

जिसके कारण इससे सही चला नही जा रहा था।तो ये लड़खड़ा रही थी और गिरने ही वाली थी की –

कि सादगी ने हाथ  थाम लिया और बोली संभाल के मैडमों। कहीं आपको चोट ना लग जाए समान तो टूटते  रहते है  –

पर चोट लग जाय तो आदमी काम का नहीं रहता – कुछ दिनों, लिए।

 

 

और रंगीन जो लड़खड़ा के गिरने वाली थी – सादगी ने उसको बचा लिया।

यज देख के मैड्मों बोली “थैंक्स !‌ दी-दी  आज आपने मुझे गिरने से बचा लिया।”

यह , ” ये ” – तो मेरा फर्ज था इसमें शुक्रिया  वाली क्या बात है! ”

 

अन्य कहानियों के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें👇👇

1.जिंदगी – पाप और कर्म (Hindi Edition) Kindle Edition
2.खुद डूबो – खुद सिखो (Hindi Edition) Kindle Edition

 

3.आत्म-शक्ति! (Hindi Edition) Kindle Edition

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

कहानियां जो साथ निभाए –
ज़िन्दगी भर – ज़िन्दगी के लिए !
  • Facebook
  • Twitter
  • Google Plus
  • Pinterest
  • Email
#best_hindi_kahaniya#hindi_educational_stories#hindi_moral_stories_with_pictures#hindi_stories#hindiblog#kahaniinhindi#moralshortstory#societyparkahani

समाज और मैं 👈🤔

forhindi 13 अप्रैल 2022 0 comment

 समाज और मैं 👈🤔

 समाज और मैं 👈🤔,#society,#hindimoralspeechesinhindi,#hindimoralconversations,#hindikahaniya

 

 

किसी ने पूछा है तुम्हारा नाम क्या है?

 हमारा जवाब :-👇

अरबों की भीड़ में- वैसे तो मैं भी एक भीड़ का हिस्सा हूं-पर जो भी     जान-पहचान वाले हैं। वो ना जाने क्यों मुझे वरुण कहते हैं।

उन्होंने बोला :-  तो आपका नाम वरूण है?

मैं:-  जी, हां !‌ मैं तो बचपन से इसी नाम पर हामीं भरता आ रहा हूं।

वो:- आप सच बोल रहा है ना!

मैं :-‌ सच का पता नहीं पर बचपन से यही सुनते और इसी पर हामी भरते आ रहा हूं।

वो:- पागल है आप ?

मैं:- मेरे करीबी भी यही कहते हैं। हो भी सकता हूं।

मैं:- खैर, आपका नाम क्या है?

वो:- समाज ।

मैं :- क्या आप सच में समाज हैं! मेरा मतलब कि क्या आपका नाम सच में समाज है?

वो:-  मुझे जब से समझ आई तब से मुझे इसी नाम से बुलाया जाता  आ रहा है।

मैं:- यानिकि आपकी और मेरी दोनों की एक ही हालत है।

मैं :-  मैं एक वरूण नाम के अस्तित्व में इंसान हूं !

मैं :- आप ?

वो:- मेरा पता नहीं पर समाज हूं। क्योंकि सभी मुझे इसी नाम से बुलाते हैं। और जो सभी बुलाते हैं, वो अधिकतर सत्य ही – होते हैं।

मैं:- हूं! यूं तो आप ठीक ही कह रहे हो। पर मैने सभी के मुंह से तो‌ बस यही सुनता हूं कि जंगल का राजा शेर है। पर कभी उसके सिर पर ताज आजतक नहीं देखा, किसी तस्वीर में भी नहीं ।

वो:- जब सभी बोलते हैं । तो सही ही होगा। तुम भी मान लो।

मैं’- आप ठीक कह रहे हैं। आप समाज जो है। आप मुझसे ज्यादा जानते हैं।

अच्छा चलता हूं! 🙂

‌                     👋👋   फिर-मिलेंगो।

वो:- हूं। ठीक है!

 

_______________________  💫   ______________________

 

बुराई और अच्छाई

 

बुराई पूरी तरह कब्जा करना चाहती है, पर अच्छाई मुस्कुरा के उसे दरकिनार कर देती है।

यह अच्छाई और बुराई का जंग काफी सदियों से चला आ रहा है। काफी वर्षों की संघर्ष है।

हर कतरे-कतरे की कहानी है। जीत-हार, प्रेम-वार, शाम-दाम-दंड-भेद हर शस्त्र का इस्तेमाल होता है-यहां इस युद्ध में। मैं-आप-हम-तुम अनादि कोई भी अछूता नहीं रहा इस युद्ध से। क्या भगवान-क्या‌असुर,‌ क्या सतयुग और क्या कलयुग। सत्य-असत्य धर्म-अधर्म का टकराव सदैव बरकरार रहा है। एकांत-भीड़, निष्कासित-समजिक, शिक्षित-अशिक्षित-सब त्रस्त हुए हैं-इस युद्ध से। यह युद्ध पूर्णता की खोज की है-आधार की-सहनशीलता की खोज की। यह युद्ध कभी आसान नहीं था – ना है – ना होगा। क्योंकि आधार कमजोर नहीं होना चाहिए। और पूर्णता सहज नहीं होती और सहनशील यूं ही नहीं बना जाता। यह सब श्रेष्ठतम गुण है- और श्रेष्ठता  कभी-भी सहजता से प्राप्त नहीं होता। पर याद रहे जो सहजता से प्राप्त हो जाए वह श्रेष्ठ नहीं होता। आप कोई भी बड़े चरित्रवान-गुणवान-धनवान-बलवान या भगवान का नाम लीजिए और आप पाएंगे कि उनमें पूर्णता-सहनशीलता- आधारशीला जैसे गुण समान्यता से दिख जाते हैं।पर जितनी समान्तय से यह गुण दिखते हैं-प्राप्त नहीं होते।

 समाज और मैं 👈🤔,#mahabharat,#learningfrommahabrat,#hindimorallines,#hindiblog,#hindistories

 

एक बड़े लंबे द्वंद से गुजरना पड़ता है – इन सबको। तब जाकर ये गुण फलित होता है-मनुज में। बिना लड़े ये जंग आप में आधार नहीं पनपा सकता और बिना आधार के सहनशीलता- कहां से आएगी। और बिना सहनशीलता- स्थिरता के पूर्णता की कामना करना उतना ही दुष्कर है जितना बिना नींद से जागे-सुबह देखना। और बिना दिनों में कठिन परिश्रम किया रातों में गहराई के संग सोया नहीं जा सकता।

नीचे दिए लिंक्स को दबाया और अपने ज्ञान को बढ़ाया:-👇

1.हाथ जोड़ ली – और शक्ति छोड दी : समझ ज़रूरी है! (Hindi Edition) Kindle Edition
2.अंधेरों का उजियाला (Hindi Edition) Kindle Edition
3.जिंदगी – पाप और कर्म (Hindi Edition) Kindle Edition
/<<</ समाज और मैं 👈🤔/<<</ 

 

कहानियां जो साथ निभाए –
ज़िन्दगी भर – ज़िन्दगी के लिए !
  • Facebook
  • Twitter
  • Google Plus
  • Pinterest
  • Email
#best_educational_stories_in_hindi#best_hindi_kahaniya#hindi_moral_stories#hindi_moral_stories_with_pictures#kahaniinhindi#lifelessonstoriesinhindishort

बस और यात्री

forhindi 5 मार्च 2022 1 comment

बस और यात्री   

 

                               बस और यात्री

बस और यात्री,हिंदी कहानी 👈❤️, #हिंदी_कहानियां,#कहानियां_ईन_हिंदी,

 

 

बस पुरानी हो चुकी थी। और बस का ड्राइवर भी। बस की दशा खराब थी अंदर से भी और बाहर से भी।

पर दिशा में एक दम सही चलती थी, एक बस स्टॉप पर कुछ यात्री उतरे और कुछ नए चढ़े।

पुराने जो उतरे, उनमें से कुछ खुश थे और कुछ परेशानी में उतर गए थे ।

क्यों?🤔

आइए जानते हैं।‌‌👇

कैसे ?🤔

जो नए यात्री चढ़े हैं उनके साथ सफर करके- उनकी बगल वाली सीट पर बैठकर या खड़े होकर।

जो चढ़े थे वह इस उम्मीद से चढ़े थे कि वहां(लक्ष्य) जल्द-से-जल्द पहुंच जाएंगे।

पर बेचारे एक ही बस थी उस रूट की तो चढ़ गए, उस भीड़ वाली बस में।

पूरी सीट पर कब्जा था और खड़े ऐसे थे लोग जैसे सायं- शरीर के साथ।

धक्का-मुक्की करके जगह बनाते हैं। और अपनी कमर को सीधा करते हैं।

मगर भीड़ इतना था कि उनकी कमर के साथ-साथ पूरा शरीर भी सीधा हो गया था।

उस बस में सभी तरह के लोग थे, औरत भी थी- मर्द भी बच्चे भी- बूढ़े और जवान भी।

और उसका जो कंडक्टर था वह आधा पागल था। वह सबसे तू-तड़ाक से बात करता

और लफंडर वाली स्टाइल में टिकट काटता। तो इनका भी कटता है जो चढ़े थे,

इनमें से‌ 1-2-3 शराबी भी थे। जाना कहां था इसका पता भूल गए थे,

तो कंडक्टर को ही गाली सुना दिया और कन्डेक्टर था ही‌ हरामी उसने भी सुना दिया।

और बस के अंदर के सारे लोग परेशान हो गए। पर जैसे पहले ही बता दिया कि बस में सब तरह के‌ लोग थे

तो कुछ मुस्कुराए तो कुछ ने गालियां और सुना दी। एक तो ना सीट सही था-ना सड़क धक्का-मुक्की भी अंदर।

सारे पैसेंजर बेहाल थे।

बस और यात्री,#हिंदी_कहानी, #हिंदी_ब्लाॅग, #हिंदी_कहानियां

 

 

और शराबी बस जहां बस रुकी-वह उतर गए और कुछ आखरी स्टैंड तक गए।

उनमें जो प्रेमी थे उनको तो धक्कों में मजे आ रहा था और जो लफंडर थे उन्हें भीड़ में दबंगई सूझ रही थी।

और उसी बस में कुछ चोर भी शामिल थे। लफंडर- चोर भटक गए रास्ता।

लफंडर कुछ समझ नहीं पाए और चोर-चोरी करके उतर नहीं पाए। सफर यूं ही आगे बढ़ा।

एक नया स्टॉप आया कुछ लोग उतर गया था कुछ ना चाहते हुए भी उतर गए, बस के कारण।

यहां भी वही हुआ जो थोड़े उतरे थे- उनमें से कुछ परेशान थे, कुछ खुश और बाकी तो बस ऐसे ही थे।

जिनको यह नहीं पता था कि उनके साथ क्या हुआ है। फिर कुछ लोग चढ़ गए।

एक बच्चा था और फैमिली। बच्चा भीड़ होने के कारण रोने लगा।

उसकी फैमिली एक स्टाॅप से आगे नहीं बढ़ पाया। वो उतर गए।

चूंकि उस रूट पर सिर्फ वही एक बस चलती थी तो उस फैमली को उतड़ने के बाद कई परेशानी हुई।

 

इस बस में सिर्फ  प्रेमी ही थे जिनके पास गंतव्य था- इसलिए इनको धक्कों में  मजा आ रहा था।

लफंडर उतर गया किसी नए स्टाॅप पर । चोर की चोरी भी पूरी हुई पर इस बार बस काफी आगे निकल आया था।

अपने स्टैंड से तो-वह भी उतर गय किसी स्टॉप पर।

क्योंकि यह बस वापस पीछे नहीं लौटती थी और  कितने लंबे चलते इसके बारे में भी नहीं पता था।

एक और स्टाॅप और फिर कुछ लोग उतर गय- तो कुछ चढ़ गए।

और यहां भी वही हुआ कुछ खुश तो कुछ ना खुश। बस यूं ही चलती गई है,

हर स्टाॅप पर कुछ चढ़े और कुछ उतरे। वहीं कुछ खुश और कुछ ना खुश।

 

पर क्यों?🤔

जो खुश थे।

वह इसलिए खुश थे क्योंकि वो सही जगह (अपने गंतव्य) अपने स्टैंड पर उतरे थे।

उन सारी धक्के- मुक्की, उतार-चढ़ाव खचाखच भरी बस में यात्रा करने के बाद।

और जो नाखुश थे वह इसलिए ना खुश हैं क्योंकि या तो वह गलत पते पर उतर गए थे या गलत बस पर चढ़ गए थे।

 

पर याद‌ रहे यह इकलौती बस है इस रूट ‌की और वापस भी नहीं आती।

तो इनके पछताने के सिवा कुछ और बचा भी नहीं था।पर कुछ प्रेमी भी जिनको अपने गंतव्य का ध्यान नहीं था।

वह भी कहीं के नहीं रहे। लफंडर जिनको होश नहीं था वह पता नहीं कहां मदहोश हो गए।

शराबी कहीं भटक गए तो- कई वहीं अटके हुए हैं। और बस चलती जा रही है।

बस की परिस्थिति वैसे ही है। कोई उतड़ के खुश हो रहा है- तो कोई दुखी।

पर याद रहे यह सिर्फ एक ही बस है, इस रूट की। पर खुश वही है जो सही जगह उतरा वह नहीं जिनका होश मदहोश है

या बेहाल रहा।

बस एक है स्टॉप कई सारे।

 

परिस्थितियां सबके लिए समान। पर कुछ परेशान है तो कुछ खुश।

आप ध्यान रखें- मदहोश यां खोना जाए। सफर जारी है अपने स्टाॅप का पता याद रखें।

बस ज्यादा देर नहीं रूकती और ना ही वापस लौटती है।

इसलिए मदहोश-बेहाल-परेशान हो तब भी अपने स्टाॅप का ध्यान रखें।

वह तुम्हें बचाएगी वर्ना आप भी उनके लिस्ट में आ- जाओगे जो करने के बाद परेशान थे।

बस और यात्री,#hindiquotes #hindishayari #hindistory #storiesinhindi

*******Meri Kitabein *******

1.हाथ जोड़ ली – और शक्ति छोड दी : समझ ज़रूरी है! (Hindi Edition) Kindle Edition
2.अंधेरों का उजियाला (Hindi Edition) Kindle Edition
3.जिंदगी – पाप और कर्म (Hindi Edition) Kindle Edition
*******Meri Kitabein *******

कहानियां जो साथ निभाए –
ज़िन्दगी भर – ज़िन्दगी के लिए !
  • Facebook
  • Twitter
  • Google Plus
  • Pinterest
  • Email
#best_educational_stories_in_hindi#best_hindi_kahaniya#hindi_educational_stories#hindi_moral_stories_with_pictures#moralshorthindistories#बिना_धब्बे_का_चांद

बिना धब्बे का चांद

forhindi 24 फरवरी 2022 0 comment

         बिना धब्बे का चांद

.इंसान

.राधा _ कृष्णा से सीख

 

                  बिना धब्बे का चांद

 

बिना धब्बे का चांद, #hindistory,#Hindi Blog,#hindi,#hindimoraleducation

 

बात तब की है-जब अमावस्य चांद के हिस्से नहीं आई थी। इंसानियत तो छोड़ो आदिमानव का अंश तक जमीन पर नहीं पनपा था।

चांदनी इसकी लटों में थी- रवानी बातों में और खुशहाली उसकी हर सांसों में।

जब भगवान चांद पर विराजते थे ,उसी दौरान एक दिन भगवानों की सभा में देवराज इंद्र किसी असूर पर क्रोधित हो गए।

वे सारे असुरों का विनाश कर देना चाह रहे थे, क्योंकि उनमें से किसी ने चांद पर अधिकार करने की चेष्टा की थी।

उस चांद पर जो देवताओं का था। दरअसल बात यह हो गई थी, कि चांद की राजकुमारी चांदनी

अपनी खूबसूरती पर कुछ ज्यादा ही गुरूड़ करने लगी थी। और देवताओं के निवास के कारण अपनी शक्ति पर।

वो मुहावरा है ना कि ” चाय से ज्यादा गर्म- उसकी केतली होती है!” सों- ही इनके साथ था।

 

खूबसूरती बचपन से और सबके प्रिय होने के कारण लाडली होने कारण, गुस्सा नाक पर था, और घमंड सिर माथे पर।

इसी कारण वह सब को छेडझती- सताती घूमती रहती। काला अमावस्य उसको फूटी आंख नहीं सुहाता था।

इसी कड़ी में छोड़ दी थी उसने अमावस्या की बेटी को, दुश्ती हुई यह कहते हुए की” ये कहां की महारानी काली- कलूटी सी”

इसी का बदला लेना अमावस्या ने हमला कर दिया चांद पर। इसी वजह से देवराज क्रोधित थे असूरो पर।‌

युद्ध हुआ बड़ा भयंकर। सुर-असुर दोनों के क्रंदित हो रहे थे, और अंत में जैसा होता  आया है

असुरों को घुटने टेकने पड़े देवताओं के आगे। और जैसा कि  देवों के देव महादेव का अधिकार सबको है।

अमावस्या के उनके पास जाने पर उन्होंने बोला ” हे देव और असूरो , मेरा आप दोनों पर ही समान अधिकार है।”

 

बिना धब्बे का चांद, #हिन्दी_कहानी,#हिंदी_शिक्षाप्रद_कहानियां,#hindistories,#bestmoralstoriesinhindi

 

अमावस्या की बेटी ने पूछा शिव से कि क्या मेरा कालापन मेरी कमजोरी है।और उसका गोरापन उसकी ताकत।

शिव मुस्कुराए और बोले,” काला और गोरा दोनों सिर्फ रंग है। कोई ताकत या कमजोरी नहीं।”

तो चांदनी मुझे चिढ़ाती क्यों है? और देव हमसे दूर भागते क्यों है?

 

शिव मुस्कुराए और बोले,” ये काले को दोष समझते हैं-इसीलिए।

तो इस पर अमावस्या की बेटी बोली कि क्या सच में हम दोषपूर्ण है?‌‌

 

शिव मुस्कुराए और बोले मेरा बदन नीला है । मेरी गर्दन नीली है। गोरा नहीं क्योंकि इसने विश पी है।

इसका मतलब क्या मैं कमजोर हूं? रात्रि काली है। कोयल भी काली है। कौवा भी काला है।

समुद्र का तल जिसने समुद्र को धारण किया है वह भी काले हैं। विष्णु श्याम(काले) है।

तो क्या वह कमजोर है? वही जो तारे इतने गोरे हैं। क्या दिन में वह कहीं दिखते हैं?

वो विष जो श्वेत है क्या कोई उन्हें छूता है? जो सबूत हैं कि कोई कमजोर और बलशाली नहीं।

सब विशेष है अपनी-अपनी स्थान पर। काली रात आराम है- प्रतीक है काम से थके हारों का पुकार का।

गोरा दिन थका देता है- इंसान को। रात इंसान को इंसान बनाता है। श्वेत- कृष्ण रंग है।

यौवन- रूप सौंदर्य का प्रतीक नहीं- यौवन ऊक सोच है। और सोच सूर-असूरो की जीवन शैली है।

अगर यह काले को गलत या दुश्मन मानते हैं, तो कहीं ना कहीं वह सत्य हैं।

क्योंकि वह काले से डरते हैं।(गलत डर का अभिप्राय है)।

 

 

अपने आधार की नींव को जानने से डरते हैं। इसीलिए काले से दूर भागते हैं।

पर उन्हें पता नहीं वो तल जो अंधकार में है। समुंद्र का अगर वह हट गया- गोरे से जल के तो सारे संसार की उत्पत्ति कैसे होती?

काला रंग है जो कभी बदलता नहीं। वह स्थाई रहता है। और अगर किसी को सच में देव बनना है।

तो उन्हें अपने स्थाई डर को समझना पड़ेगा। सहारा मांगना और देना पड़ेगा। जैसे मैं हूं आदि भी- अनंत भी।

डर भी -निडर भी, दुख भी- सुख भी। इसलिए मैं महादेव हूं। तुम्हारा कालापन कोई कमजोरी नहीं। वरदान है।

तुम आराम हो। तुम ही हो जिसके कारण चांद और देवताओं की जरूरत है। तुम कमजोर नहीं- तुम सर्वशक्ति हो।

और रही चांदनी की बात तो वह ही दंड की पात्र है। और उसको मैं यह श्राप देता हूं कि वह थोड़ी काली हो जाए-ताकि उसमें स्थायित्व आए।

चांद उसके पिता होने के नाते कई सारे अनुनय विनय के साथ अपने माथे वह श्राप ले लिया।

बिना धब्बे का चांद, #हिंदी_कहानी,#शिक्षाप्रद_हिंदी_कहानी

 

 

 और बिना धब्बे वाला चांद- धब्बे वाला हो गया। जो चांद को अब एक अलग पहचान देती है।

लोगों को कहानी, बच्चों को मामा, और मांओ को बहू देती है। जो पहले चांद के सिर्फ गोरे होने से नहीं हो सकता था।

क्योंकि इसने गोरे को देखा नहीं जाता। क्योंकि उसमें कोई कृति और अकृति नहीं होती।

पर उस धब्बे ने हर मनुष्य को अपनी सोच को खरोचने का मौका दिया है।

इसलिए चांद और ताकतवर हो गया है- क्योंकि उसे स्थायित्व और अमावस्या का साथ मिल गया है।

जो उसे दुनिया की नजरों से भी बचाता है- और कईयों को ख्वाब सजाता है।

और चांदनी अब झुकना सीख गई है। उसके लिए गोरा और काला काला होना मात्र एक रंग है।

 

 

 

काला होना कोई पाप नहीं। समझना कोई गलत नहीं। पर रुक जाना महापाप है।

नीलकंठ इसलिए नीला है क्योंकि उन्होने विष पिया है। जिन्होंने पिया ही नहीं उनके- नीलकंठ कैसे हो सकते हैं?

 

हिंदी कहानी 👈❣️❣️🪶❤️😘😘😘

>< >< >< >< Meri Kitabein >< >< >< ><

1.अंधेरों का उजियाला (Hindi Edition) Kindle Edition
2.Radha-Krishna Communication:-: Whom fault ? Kindle Edition
3.जिंदगी – पाप और कर्म (Hindi Edition) Kindle Edition
>< >< >< >< Meri Kitabein >< >< >< ><

कहानियां जो साथ निभाए –
ज़िन्दगी भर – ज़िन्दगी के लिए !
  • Facebook
  • Twitter
  • Google Plus
  • Pinterest
  • Email
#best_educational_stories_in_hindi#best_for_babies_story_in_hindi#best_hindi_kahaniya#best_short_moral_stories_in_hindi#नई_अनगु़जे(पार्ट-3)

नई अनगुंजे (पार्ट-3) हिन्दी कि अध्यापिका

forhindi 9 फरवरी 2022 0 comment

हिंदी की अध्यापिका

यह किस्सा भी नाइंथ क्लास से स्टार्ट होता है। इनका चित्र और चरित्र बिल्कुल अलग है, सबसे हटके।

शांत स्वभाव-चेहरे पर संतुष्टि का भाव-उमंग और पढ़ाने की जिज्ञासा से भरपूर।

पता नहीं इनमें ऐसी कौन सी अद्भुत शक्ति है जो बिना डाट के पढ़ाती है

तो उस पूरी की पूरी क्लास एकदम मौन रहती है।मौन!‌ जबकि जो टीचर मारते हैं

उनकी कक्षा में भी शांति नहीं होती। जितना इनकी कक्षा में होती है। पर इसका मतलब यह नहीं है, कि वो‌मारती नहीं है।

शांत स्वभाव रखती है। हमेशा एक संतुष्टि का भाव रखती है। लेकिन जब कुछ गलत देखती है

तो दोनों कान ऐंठ के गाल को पकड़ के अच्छे से मस्लती है। और थप्पड़ लगाती है।

 

मेरी मुलाकात भी इनसे कुछ इसी अंदाज में हुई थी। दरअसल हुआ यह था कि पेपर्स हो रहे थे

और इनका पेपर सबसे पहले हो गया था। और ये उन्हें जल्दी से चेक भी कर दी थी।

और उन्होंने यह ढूंढ निकाला कि मेरी और मेरे दो और दोस्तों कि पेपर में सेम माक्स है।

तो इन्होंने हम तीनों को कक्षा के बाहर बुलाया और अपने अनुसार दंड देने लगी।

पहले कान खिंचे- फिर गाल और फिर थप्पड़। यह सही बात है जब मनमोहन को करीब से देखा

और ज्यादा था वरना तो मुझे बहुत शरीफ लगती थी।

हिन्दी कि अध्यापिका,#hindistory #hindiblog #hindishortstories

 

यह बहुत ही अलग किस्म की अध्यापिका है। यह हमें पढ़ाने के लिए मोटिवेट भी करती है और

यह भी कहती है कि सरकारी नौकरी ही सब कुछ नहीं होता  अगर आप छोटा-सा कोई कर सकते हो

आप लोगों को नौकरी दे सकते हो तो वह भी बहुत बड़ी बात है। मुझे बहुत पसंद है

और दूसरी बात यह है कि यह अपने काम में कभी भी आना-कानी नहीं करती ।

इन्होने पीएचडी का रखा है और इनका भाषण बहुत ही मस्त और आसान होता लगता है।

जब भी किसी समारोह बोला यह बोलती है।तो ऐसा लगता है कि

जैसे सरस्वती मां स्वयं इनके जुबान पर विराजमान हो चुकी है।

और उस वक्त भी सारे बच्चे चुप हो जाते हैं। भगवान की लीला के समय भक्त।

 

इनमें भी कुछ कमियां है जैसे हर इंसान में होता है। कबीर साहब ने वो कहां है ना :-👇

हिन्दी कि अध्यापिका,#hindi_stories,#hindimoralvaluesstories,#shorthindiblogspitstories
कबीर साहब कहते हैं:–
कि पानी की बुंद अगर सांप के मुंह में पड़ती है तो विष बन जाती है,
और वही अगर सीप में गिरे तो मोती। उसी प्रकार मनुष्य है, जैसी संगति करता है-वैसा हो जाता है!..

 

ठिक ऐसा ही यहां हुआ जैसा कि मैंने आपको बताया था, हमारी अंग्रेजी की अध्यापिका भले ही नहीं पढ़ती हैं-पर दोस्ती सबसे बड़े आसानी से कर लेती है। इनकी दोस्ती अंग्रेजी की अध्यापिका से जम गई। तो हुआ यह की इन्होंने भी पढ़ना तो जारी रखा पर , वो पहले वाली बात नहीं रह गई। पर वो जब सच में पढ़ती तो मन रम जाता। मगर इनका यह कारवां एक-दो साल चला और हम सब कहते रहे की यह भी अंग्रेजी वाली अध्यापिका की तरह होती जा रही हैं। मगर फिर जब उन्होंने अपने आचरण में आई तब फिर से समा बांधा और पढ़ाने लगी और कैसे हम बारहवीं के अंत पर आ गया ये एहसास ही नहीं होने दिया इनके पठन-पाठन ने।

बड़ गहराई से सोचती है और अध्ययन करती हैं। इनके बारे में क्या लिखूं एक यही है स्कूल भर में जिनका मैं और मेरे दोस्त कभी ज्यादा मजाक नहीं बनाते।

(धन्यवाद)

और सीखने के लिए नीचे दिए गए  लिंक को दबाये

1..नई अनगुंजे (पार्ट-2) हमारे इतिहास के पन्नों के अध्यापक

———-  φφ   ———-

2..नई अनगुंजे (पार्ट-1) हमारी अंग्रेजी की अध्यापिका

———-  φφ   ———-

3..जीवन बदलने का मंत्र

———-  φφ   ———-

4..हम चोर नहीं है🤥🤥

———-  φφ   ———-

5..लाख बीमारी का सिर्फ एक इलाज 👉

 

———-  φφ   ———->  मेरी किताबें    <———-  φφ   ———-

1..हाथ जोड़ ली – और शक्ति छोड दी : समझ ज़रूरी है! (Hindi Edition) Kindle Edition
———-  φφ   ———-

2..अंधेरों का उजियाला (Hindi Edition) Kindle Edition
———-  φφ   ———-

3..जिंदगी – पाप और कर्म (Hindi Edition) Kindle Edition
———-  φφ   ———->  मेरी किताबें    <———-  φφ   ———-

हिन्दी कि अध्यापिका

हिन्दी कि अध्यापिका

कहानियां जो साथ निभाए –
ज़िन्दगी भर – ज़िन्दगी के लिए !
  • Facebook
  • Twitter
  • Google Plus
  • Pinterest
  • Email
#best_hindi_kahaniya#hindi_educational_stories#hindi_moral_stories_with_pictures#what_purpose_of_bad_times_in_life

सिर्फ खुशी-गम नहीं

forhindi 28 जनवरी 2022 0 comment

  😊😊सिर्फ खुशी-😓😓गम नहीं!

 
  😊😊सिर्फ खुशी-😓😓गम नहीं!, #hindimoralstories, #storiesinhindi #bestmiralvaluesstory

 

राहुल एक बहुत बड़ा बिजनेसमैन था। लोग कहते थे चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुआ था वह।

और सच भी था। जहां आम आदमी के 10 से 15 साल कभी-कभी बाल सफेद हो जाते हैं

सफलता पाने में और वह जिस भी क्षेत्र में हाथ रखता सारे काम एकदम सोना हो जाते।

उसका हाथ पारस पत्थर समझा जाता था। शेरहोल्डर्स-इन्वेस्टर-सारे उसकी आईपीओ में पैसा लगाने को बेताब रहते।

बचपन से हर काम में खुशी मिलती थी।जो भी छूले हीरा हो जाता था। अमीर खानदान का था।

मां लक्ष्मी का आशीर्वाद उसके सिर पर था। और शादी भी हो गई उसके प्यार से।

और शादी के  10 साल  तक उसके चार बच्चे हो चुके थे। सब खुश और सिर्फ खुश रहते ।

कोई गम नहीं था क्योंकि कुछ भी काम नहीं था। ना पैसा-ना व्यापार-ना परिवार और ना शरीर।रहीश थे, समाज में मान-सम्मान था।

  😊😊सिर्फ खुशी-😓😓गम नहीं,!Cambridge University, #cambridgeuniversitypics

 

 

बच्चों की स्कूल लाइफ ही शुरू हुआ था अमेरिका में और खत्म हुआ कैम्ब्रिज में।  वहीं लंदन में ही शादी कर ली। वहीं रहने लगे। थे

भारत-भारत में करते क्या? उनके पापा थे ना। और कोई दुख थोड़ी था, उनकी फैमिली को, उनके सारे बच्चों को नशे की लत थी

और कच्ची उम्र में हद से ज्यादा मिल जाने का घमंड और ऊपर से कोई दुख देखा नहीं था।

सब काम पैसे से प्यार से सही समय पर हो जाते। तो किसको किसकी जरूरत होती।

सारे भाई-बहन अपने दुनियां में रहते। और राहुल यहां अपने काम में व्यस्त और मस्त रहता।

बिजनेस मैन था, लड़कियों की कमी थोड़ी थी। बीबी भी अपने में रहती।

राहुल ने उसे फिल्म उद्योग का प्रोड्यूसर बना दिया था।वो उसमें बिज़ी रहती।

कभी हफ्ते में घर पर मिल लिए तो ठीक, ना तो फोन पर तो हर रोज बात होती ही थी।

भले ही मुश्किल से कुछ मिनट, मगर होती थी। क्योंकि सबको पता था सब कुछ अच्छा ही होगा।

और सबकुछ अच्छा होता था तो बात ही क्या होती।

 

क्योंकि सबको पता था सब कुछ अच्छा है। और रही बच्चों की बात तो वह तो दारु ड्रग्स और विलायती शादी के दीवाने थे।

फोन पर बात महीने में करते । क्योंकि कुछ जरूरत ही नहीं थी। और माता-पिता का विश्वास, की सब कुछ अच्छा होगा।

और रहीस थे। तो बच्चों पर ध्यान नहीं दिया। सब कुछ अच्छा था। मगर वक्त ढलता गया। उनके बाल सफेद होने लगे थे।

डाई तो खैर करते। मगर डाई सिर्फ आवरण ढकते है- प्रकृति नहीं। वो बूढ़े हो चुके थे।

राहुल अब अपनी बीवी के साथ रहता। मगर उन दोनों में नाराजगी थी,

क्योंकि उसकी बीवी को पता चल गया था उसके अफेयर्स के बारे में।

रोज मन-मुटाव होता, बाकि सब कुछ अच्छा था। डाइवोर्स लेने की सोची, मगर  कैसे भी करके एक साथ रहने लगे।

बुढ़े हो चले थे,  बच्चों की याद आती। तो उनके यहां चले जाते। मगर बच्चे घर कभी आते-कभी नहीं भी आते।

आते भी तो रात के ढाई 2:00 बजे और पड़े रहते बिस्तर पर दोपहर के 12:00 बजे तक।

क्योंकि गम नहीं था। सब अच्छा था। कभी गम देखा नहीं था। और किसी भी चीज की कमी नहीं थी।

बूढ़े मां-बाप वापस आ गए।

अभी-भी सब कुछ था अंदर नहीं बाहर ! अंदर सिर्फ खालीपन था।

उनकी लाइफ कभी-भी राॅयल थी। पार्टीश में जातें-  मुस्कुराते।

मगर खिलखिलाते नहीं। एक वक्त अब ऐसा आ-गया था। उनसे अब चला नहीं जाता था, मगर मशीन तो थी।

मगर एक दिन इन दोनो ने खुद को गोली मार ली।
  😊😊सिर्फ खुशी-😓😓गम नहीं!,#hindimoralstorieswithimages,#hindishayari #hindiquotes #

 

 

मगर बच्चे खुद नशें के कारण किसी और ही दुनिया में रहते थें। जहां इस दुनिया से कोई रिश्ता नहीं था।

उनके अंतिम संस्कार में एक बेटी एक बेटा पहुंचा तब तक 2 दिन बीत चुके थे।

पुलिस ने पोस्टमार्टम कर शव को रख। रखा था। आए तो अंतिम संस्कार किया गया।

 

मगर इतने खुशहाल लोगों ने खुद को गोली मारी क्यों? यह सबूत पुलिस जुटान  में लगीं।

सभी दोस्तों से पूछा सबने बोला सब अच्छा था। किसी की इन्हे जरूरत नहीं थी।

अरे इनका बिजनेस तो और प्रगति पर था। पार्टी इसमें तो हर रोज आते थे। रात 12-02 बजे तक जाते थे।

 

  😊😊सिर्फ खुशी-😓😓गम नहीं!,#hindimoralstorieswithgettyimages #shortmoralstories #educationalstoriesinhindi

 

वहां से पुलिस को हाथ लगा, ‘सब कुछ अच्छा था’। काम वालों-असिस्टेंट से पूछा गया।

अफेयर्स के मामले सामने आए, मगर वह तो बहुत पहले ही सॉल्व हो गए थे।

और उन्होंने ने ही तो फैसला लिया था। साथ रहने का। घर के काम करने वाले दाइयों-कुकश से पूछा गया,

तो पता चला सब अच्छा था। मगर साहब और मैडम नींद की पांच से छ: गोलियां रोज खाते थे।

शराब बहुत पीने लगे थे। रात को भी घर पर लेट से आते थे। वह पार्टी साहब। बेटे-बेटियों को फोन करते थे।

तो वह उठाते नहीं थे। उठाते क्यों सब अच्छा था। हमसे बातें भी बहुत करते थे और पता नहीं उन्होंने खाना कम कर दिया था

 

वह अक्सर हमसे बहुत बात करते।  मुस्कुराने की कोशिश करते । मगर मुस्कुराने की आदत इतनी हो –

गई थी कइ छोटी-छोटी खुशियों से उनके होंठ ऊपर तक नहीं उठते थे। मगर पता नहीं फिर भी खुद को क्यों मार लिया।

सब कुछ तो अच्छा था। अच्छा तो उनके बच्चे कहां थे?

 

वह क्या है ना साहब, सब बचपन से ही लंदन में रहे हैं। वहीं पर रहते थे।

वह तो वहीं पर थे। तो वह क्यों नहीं आए थे, उसी दिन ?

वह क्या साहब वह फोन नहीं उठाते । नशे में रहते हैं इसलिए उन्हें पता ही नहीं चलता।

और साहब दो बच्चों का एक्सीडेंट हो गया था ऐसा हमें साहब-मैम की मौत के बाद पता चला ।

पता नहीं साहब सब तो मुस्कुराते थे। सब अच्छा था पैसा-बंगला-गाड़ी सब बड़ा था।

 

पता नहीं क्यों बुढ़ापे में यह कदम क्यों उठाया?‌‌  पुलिस को कुछ हाथ नहीं लगा ।

ऊपर से सब कुछ अच्छा भरा था। बस अंदर खाली रह गया था, आपने जो नहीं थे बात करने को। समझने को।

बीवी को पति पसंद नहीं था। पति को बीवी। और बच्चों का यह दुनिया ही नहीं था।

उनकी दुनिया कहीं और थी जाहां सब कुछ था बस गम नहीं।

 

 

मगर ऐसा हुआ क्यों?

क्योंकि जोड़ने का काम गम करता है। जो उनके संसार में था ही नहीं। और ऐसा वक्त अब तक रहेगा- यह भी तो नहीं मालूम।

थोड़ा गम आना जरूरी है मित्रों!….

अपनों में छूटे गौरों का पता चल जाता है:- हम थोड़े और मजबूत हो जाते हैं।

पर दुआ करता हूं:- भगवान तुम लोगों को खुशियां दे। और गम में साथ!…

(धन्यवाद)

*************^Meri Kittabe ^*************

1..जिंदगी – पाप और कर्म (Hindi Edition) Kindle Edition
2..भगवान और इंसान:- 5 कहानियां : शिक्षाप्रद जो हर किसी को एक बार अवश्य पढ़नी चाहिए (Hindi Edition) Kindle Edition
*************^Meri Kittabe ^*************

(😊😊सिर्फ खुशी-😓😓गम नहीं!)

(😊😊सिर्फ खुशी-😓😓गम नहीं!)

(😊😊सिर्फ खुशी-😓😓गम नहीं!)

 

कहानियां जो साथ निभाए –
ज़िन्दगी भर – ज़िन्दगी के लिए !
  • Facebook
  • Twitter
  • Google Plus
  • Pinterest
  • Email
#best_educational_stories_in_hindi#best_hindi_kahaniya#best_story_on_internal_beauty#short moral Stories in Hindi

काला-मूछ

forhindi 11 जनवरी 2022 0 comment

काला-मूझ

 

 नई-नई नौकरी लगी थी गार्ड की।

काला-मूझ, Security_guard,#hindistoryoninternalbeauty,#best_short_stories_in_hindi

 

मैनेजर का साफ-साफ कहना था कि गार्ड को जवान और स्वस्थ लगना चाहिए। ना की बूढ़ा।

इसलिए किसी की मूंछ और बाल सफेद नहीं दिखना चाहिए।

ताकि बूढ़े ना लगे और कंपनी की प्रेस्टीज खराब ना हो।

इसलिए मैनेजर का साफ-साफ आदेश था कि मुझे एक भी बाल सफेद नहीं दिखना चाहिए।

तो सारे गार्ड बाल सफेद होते ही काले कर लेते।

हर हफ्ते अपने मूछों को काला करते ताकि वे बूढ़ा ना लगे,

और मैनेजर साहब से भी बच सके। वह जब भी मौका पाते डाई उठाते या तो खुद काला करते या करने के लिए किसी और को कहते।

जिससे मूंछ और बाल हमेशा काला लगता और इससे वह थोड़े जवान लगते। मैनेजर साहब उन्हें मानते थे

क्योंकि वह मैनेजर साहब को मानते थे। मगर जैसे-जैसे वक्त गुजरता गया बाल-मूछ तो काले लगता,

ऐसे जैसे नौजवान की पहचान। मगर वो दुखी रहते, थके-हारे हुए। उनमें जीने की ललक नहीं थी रीटायरमेंट के ख्वाब थे।

वो दिखने में नौजवान थें, मगर अंतरआत्मा से परेशान थे। ना उनसे सही से दौड़ा जाता था ना कोई काम होता।

ऐसे में क्या हुआ कि  भूकंप आया और  मैनेजर ने आदेश दिया नौजवानों भाग के सीढ़ियों से जाओ।

और सारे लोगों को बिल्डिंग्स से बाहर भागने को कहो।

 

वे नौजवान भागों। मगर थके-मांदे घोड़े की तरह दूसरे ही फ्लैट तक पहुंचते-पहुंचते फ्लैट हो गय।

और जो बचाने गय थे उनमें से अधिकतरों को बाकि बचे-खुचे गार्ड उठा रहे थे।

इस परिणाम के बाद मैनेजर ने जब उन्हें नौकरी से निकालने की पेशकश की तो उन्होंने लल्लो-चप्पो करके अपनी नौकरी बचाई।

सालों से वफादार थे, इसलिए रख लिए गए। मगर ठिक उसी तरह जैसे पुराने हो चुके टैंकों को हमारी आर्मी ‌‌यानि सिर्फ सम्मान खातिर- जी-हजूरी खातिर।

यह अब भी अपने मूंछ काले रखते और मैनेजर विश्वास मगर सिर्फ दिखावे का जैसे इनकी काले बाल।

मगर उन्हीं में से कुछ गार्ड थे। जो उन्हीं के उम्र के थे। वो दस-बीस फ्लैट तक चढ़ गए ।

और आते वक्त उन बैठे हुए गार्डों को भी उठा के‌ ले गए। आखिर कैसे। क्योंकि ये अंदर से भी नौजवान थें।

वो सिर्फ अपने बालों को या मूंछों को नहीं चमकाते। वह हर हफ्ते अपने-आप को भी बढ़ातें।

और नौकरी दिखावे के लिए नहीं करते। करने कू लिए करते थे ‌‌

उसे अपना धर्म समझते थे जहां अधिकतर रिटायरमेंट के ख्वाब देखते थे।

 शारीरीक सुंदरता अच्छी बात है- मगर मानसिक/ आंतरिक सुंदरता भगवान को भी प्यारा है! ❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️

*******_Meri Kitabe_*******
1..अंधेरों का उजियाला (Hindi Edition) Kindle Edition
2..आत्म-शक्ति! (Hindi Edition) Kindle Edition
*******_Meri Kitabe_*******
काला-मूझ
काला-मूझ
कहानियां जो साथ निभाए –
ज़िन्दगी भर – ज़िन्दगी के लिए !
  • Facebook
  • Twitter
  • Google Plus
  • Pinterest
  • Email

https://amzn.eu/d/022DB2d

Site icon
परिस्थितियां और हम
लॉग इन

Recent Posts

  • मधुमक्खी का दर्द
  • इंसान का इंसान न होना
  • नर्क से संघर्ष तक
  • जवानी
  • भूख और ख्याली पुलाव

Recent Comments

  1. जल्द-से-जल्द और अभी : परेशान क्यों ? पर कलयुग एक पर्दा  मात्र  है ! - forhindi
  2. राम – राम – जपना पराया माल अपना! पर पहला कदम :मोटिवेशनल टॉप बेस्ट कविता - forhindi
  3. अमर पर Buk Thug
  4. आत्मीय – राक्षस पर Buk Thug
  5. आत्मीय – राक्षस पर Buk Thug

पढ़े पर मान न ले बिना तर्क-वितर्क के - क्युकी 

इस दुनिया में सबसे ऊंची -से -ऊंची ज्ञान भी 

आपकी चेतना से बड़ी नहीं है !

story
  • *best moral short story in hindi for kids
  • ##murdermystery
  • #1_best_learning_from_kohli_captaincy
  • #100नैतिककहानियां
  • #10प्रेरक_कहानियां_हिंदी_में
  • #a_message_from_god_hindi_story
  • #A_new_hope_a_hindi_story
  • #adolf-hitler
  • #aimbitions and ways story in hindi
  • #anunfulfilledlovestiry
  • #bedtimestoriesinhindi
  • #besrstoryonleavinganhabbitinhindi
  • #best_educational_stories_in_hindi
  • #best_for_babies_story_in_hindi
  • #best_for_beginners_stories_in_hindi
  • #best_forbeginners_stories_in_hindi
  • #best_hindi_kahaniya
  • #best_hindi_story_on_time
  • #best_hindi_story_on_why_goals_are_important
  • #best_love_story_in_hindi
  • #best_moral_stories_for_kids_inhidi
  • #best_short_moral_stories
  • #best_short_moral_stories_in_hindi
  • #best_Stories_For_Read_in_Hindi
  • #best_story_on_internal_beauty
  • #Best_story_on_team_work_in_hindi
  • #best-short-hindi
  • #best-short-hindi-story-on-god-existence
  • #bestbedtimestoriesinhindiforkids
  • #bestbiogrphystoryinhindi
  • #bestbrokenheartlovestoryinhindi
  • #bestdailylifemoralstorieainhindiwithsummary
  • #besteducationalgrowthstoryinhindi
  • #besteducationalstoriesinhindi
  • #besteducationalstoryinhindiforstudentsandeveryone
  • #besteducationalstoryinhindishirtfirstudents
  • #besteverlovestoriesinhindi
  • #besteverspeechinhindionimaginationandreakitiinshort
  • #besteverstoriesinhindiwrittenonGod
  • #besteverstoryonjealousy
  • #bestforbabiesstoriesinhindi
  • #bestforbabiesstoryinhindi
  • #bestforbabystories
  • #bestforbegginersstoriesinhindi
  • #bestforbegginersstoryinhindi
  • #bestforbeginnersstoryinhindi
  • #bestforkidsstoryinhindi
  • #besthindikikahaniyamerijubaniyaa.com
  • #besthindimoralstories
  • #besthindimoralstoryinhindi
  • #besthindistories
  • #besthindistoriesshortwithmoral
  • #besthindistorieswithmoralonlovebrokenheart
  • #besthindistoryoncharacterorbeautyforkids
  • #besthindistoryonhuman
  • #besthindistoryonlie
  • #besthindistoryonlife
  • #besthindistorywithgreatknowledge&morals
  • #besthindistorywithmiral
  • #besthorrorstorywithdeeomoralesummariesinhindi
  • #besti spirationalpoeminhindiforsuccessinlifeforstudentsandworkethics
  • #bestieducationalstoryinhindionfriendship
  • #bestinspirationalstoriesinhindi
  • #bestinspirationalstoryinhindiwithmoral
  • #bestinspirqtionalstoriesinhindi
  • #bestkarmastoriesinhindi
  • #bestkarmastoryinhindi
  • #bestlifechangingstoriesinhindi
  • #bestlifechangingstoryinhindishortwithmoral
  • #bestlifechangingstoryinhindiwithackearmessageforstudents
  • #bestlifechanginstoryinhindi
  • #bestlovestoryinhindi
  • #bestmindsetstoryinhindi
  • #bestmiralboosterstiryinhind8forstudents
  • #bestmiralgivingstoryinhindi
  • #bestmiralstoryonhumantendancyinhindi
  • #bestmoralhindietoriesshort
  • #bestmoralstorieinhindi
  • #bestmoralstoriesinhindi
  • #bestmoralstoriesinhindiforclass10th
  • #bestmoralstoriesinhindiformindchanginghabits
  • #bestmoralstoryinhindi
  • #bestmoralstoryinhindishort
  • #bestmoralstoryontime
  • #bestmotivationalstoriesinhindi
  • #bestshortbiographystoryinhindi
  • #bestshorthindistories
  • #bestshorthindistory
  • #bestshortmoralstories
  • #bestshortmoralstoryinhindi
  • #bestshortmoralstoryinhindionpoirmentalitypeoplemindset
  • #bestshortmoralvaluestoriesinhindi
  • #bestshortporminhindiwithaclearmoral
  • #bestshortstotyinhindiwithmoralfirstudents
  • #bestspeechonkarmainhindi
  • #beststieyeverwritteninhindionpowerofmind
  • #beststieyinhindionlufelesson
  • #beststoriesinhindi
  • #beststoriesinhindiforstudents
  • #beststoriesinhindiwithmoral
  • #beststoriesinhindiwithmoralandsummary
  • #beststoriesonkarama
  • #beststoryforbeginners
  • #beststoryinhindiinhappiness
  • #beststoryinhindionjealousy
  • #beststoryinhindionschooleducationnowadays
  • #beststoryinhindionstress
  • #beststoryonkarma
  • #bestsummaryonkarmastoriesinhindi
  • #bestsummarystoryinhindi #learningfromvedantainhindi
  • #besttoptenbestbrokenheartstoriesinhindi
  • #bestwrittenparagraphinhindionbrainfightwithbodywhicheverystudentandhumanbeingshouldreadjustforaonce
  • #bhagwankodaan
  • #bloggerhindistories
  • #challenginghindistory
  • #childhood_memories_hindi_stories
  • #deepvaluablestoriesinhindi
  • #dreamv/srealityinhindispeech
  • #educatiinalstoriesinhindiwithimages
  • #educational_story_इन_hindi
  • #educationalstoriesinhindi
  • #educationalstoriesinhindi #interrestingstoryinhindi
  • #educationalstoryinhindi
  • #educationalstoryinhindishort
  • #educationfromkrishna
  • #evilformationinhindi
  • #family_man_a_short_moral_story
  • #famouskarmastories
  • #fantasy
  • #fantasy_story_in_hindi
  • #fate-hindi-story
  • #fightoftwobirdsstoryinhindi
  • #growthmindsetstoryinhindi
  • #growthstoriesinhindi #habitsbestmoralsttoryinhindi
  • #heart_break_love_stories
  • #hindi
  • #hindi_educational_stories
  • #hindi_moral_stories
  • #hindi_moral_stories_with_pictures
  • #hindi_moral_storues
  • #hindi_pankitiya
  • #hindi_stories
  • #hindibesteducationalstoryfromthelifeoframa
  • #hindibestmoralsummariesstories
  • #hindiblog
  • #hindiblogspit.com
  • #hindiblogspothindistories
  • #hindiblogspotstories
  • #hindiinspiration
  • #hindiinspurationalstoriesforsuccessfirstudents
  • #hindikahaniya
  • #hindikahaniyamerijubaniya
  • #hindilove
  • #hindilovestories
  • #hindimoralstories
  • #hindimoralstoriesforschoolkids
  • #hindimoralstorieswithvaluesgivinglessons
  • #hindimoralstory
  • #hindimoralstorywithpicture
  • #hindimoralstroyfromthecaptaincyofviratkohli
  • #hindimoralvaluesstories
  • #hindiquotes
  • #hindishortbestlifelessonsforstudents
  • #hindishortmralstory
  • #hindishortstories
  • #hindishoryshortwithmoral
  • #hindistories
  • #hindistories #howtosearchfortrueloveinhindi #best_hindi_stories #hindiblog
  • #hindistoriesforkids
  • #hindistoriesforkids-panchatantra
  • #hindistoriesformotivationforkids
  • #hindistoriesforreading
  • #hindistoriesinmoral
  • #hindistoriesinshort
  • #hindistoriesmatter
  • #hindistoriesonkrishna
  • #hindistoriesshory
  • #hindistoriestoreadforbegginers
  • #hindistorieswithmoral
  • #hindistortiestoread #shortmoralstoryforschoolfunctioninhindi
  • #hindistory
  • #hindistorymoral
  • #hindistoryonfate
  • #hindistoryshort
  • #hindistorywithmoral
  • #hindistorywithmoralforclass10
  • #hindistorywriting
  • #homereturnhindistory
  • #hope
  • #horror_story_for_everyone
  • #horrorstoriesinhindi
  • #horrorstory
  • #how_to_deal_with_fear_story_in_hindi
  • #howaschoolofnowadaysisdisturbingstudentsinhindispeech
  • #howdharmaestablishinhindi?
  • #howevilborninhindi
  • #howtokilldarknessofinnerside
  • #howtokilldepressioninhindi
  • #howtoovercomefromlustthinkinginhindi
  • #howtostaycalmwhilechasingdreamsinhindi
  • #Indian hindi story
  • #insaan
  • #inspirationallinesinhindionslavery
  • #inspirationalspeechinhindiaboutsuccessinlifefirstudents
  • #jealousybeststoryinhindi
  • #Joseph-Stalin
  • #kahaniinhindi
  • #kalyugparkahani
  • #karmastoriesfromreddit
  • #karmastoriesinhindi
  • #karmastoriesquora
  • #kismat
  • #krishnastoriesinhindi
  • #lifechangingeducationalstoriesinhindi
  • #lifechangingstories
  • #lifechangingstoriesinhindi
  • #lifelessonstoriesinhindishort
  • #lifrchangingstoryinhindishorts
  • #Love
  • #love_story
  • #lovestoriesinhindi
  • #lovestorieswithmoralinhindi
  • #lovestoryinhindi
  • #mahabharatstories
  • #mindblowingstoryinhindionmind
  • ‌#mirror_story_in_hindi
  • #mohabbatparkahaniya
  • #moralshorthindistories
  • #moralshortstory
  • #moralstoriesinhindi
  • #moralstoriesinhindishort
  • #moralstoryinhindi
  • #moralstoryinhindishort
  • #moralsummariesstoriesinhindi
  • #moralvaluesstoriesinhidi
  • #moralvaluestoriesinhindi
  • #mostfamousstorirsinhindi
  • #motivational stories in hindi
  • #motivationalstoriesinhindi
  • #new_moral_stories_for_beginners
  • #new_year_stories_in_hindi
  • #newcharacters
  • #newhindistories
  • #newseriesofhindistories #best_educational_hindi_stories_blog
  • #power_of_team_work_moralstory_in_hindi
  • #powerfulbesteducationalshortstoryeverinhindiwritten
  • #quismat
  • #radha_krishna
  • #Radha_Krishna_moral_story
  • #radha-krishnasanvadinhindi
  • #radhastoriesinhindi
  • #ravanparkahani
  • #reallifeexperienceshortlessonsinhindi
  • #reallifeteachingsinhindi
  • #short moral Stories in Hindi
  • #short_hindi_stories
  • #short_hindi_stories_for_class_1
  • #short_moral_stories
  • #short_stories_in_hindi
  • #short-hindi-moral-stories
  • #short-moral-story-in-hindi-on-wishpering
  • #shorthindistory
  • #shortmoralstories
  • #shortmoralstory
  • #shortmoralstoryinhindi
  • #shortpowerfulmindchangingstoryinhindi
  • #shortstoriesbasedonkarma
  • #shortstoriesinhindi
  • #shortstoriesinhindiwithmoralandpictures
  • #shortstoryinhindi
  • #slaverylinesinhindi
  • #socialstoriesinhindi
  • #societyironyingindi
  • #societyparkahani
  • #sroriesaboutkarma
  • #stories inhindi
  • #stories_in_hindi
  • #stories-in-hindi
  • #storiesinhindi
  • #story #bestforbeginnersstory
  • #storyinhindi
  • #storyinhindiforkids
  • #storyongoverment
  • #storyonteachersday
  • #storywithimages
  • #stubbornhindistory
  • #team_work_importance_morale_stories
  • #the incident which change me story in hindi
  • #time
  • #tiptenshorthindistorieswithmoral
  • #top_ten_short_stories_in_hindi
  • #top_ten_stories_in_hindi
  • #top10moralstoriesinhindi
  • #top10storieswithmoral
  • #toptenbestkarmastoriesinhindi
  • #toptendharamastories
  • #toptenhindistory
  • #toptenmoralstoriesinhindi
  • #toptenneverquitstoriesinhindi
  • #toptenstoriesinhindi
  • #truthoftgetodaysvillageinhindishortstory
  • #waitforhappinessinhindi
  • #what_purpose_of_bad_times_in_life
  • #what_we_can_learn_from_kohli
  • #whatareourmythologywantstoconveymessagetous? #hindimoralstoriesonourmythology
  • #whatistheroleofquestioninginourlife?
  • #whatistrueloveinhindi #whatarethesignsoftrueloveinhindi
  • #whoisbeautifulstoryinhindi
  • #why_family_divide_in_hindi
  • #why_goals_are_important_in_hindi
  • #why_i_am_in_pain_in_life_hindi_stories
  • #why_its_impiratant_to_be_bad_sometimes?
  • #why_we_should_never_try_to_be_anyone_copy
  • #whyisaidliestoryinhindi
  • #whyourchantswishforunoimitedlifeinhindi?
  • #whyquestionsmatteredtobeasked
  • #whyweshouldalwayssupportdharma
  • #wispershorthindistories
  • #woh_purane_din_hindi_moral_story_on_importence_of_time
  • #YouTube Google hindi moral stories short
  • #आदतों_पर_विशेष_हिंदी_कहानी
  • #इंसानी_प्रवृति_के_बारे_में_विशेष_कहानी_हिंदी_में
  • #ईष्र्या
  • #कलयुग
  • #कामवासना
  • #कामवासना_के_विचारों_से_मुक्ति_कैसे_प्राप्त_करें
  • #किस्मत_की_तलाश_में
  • #क्या_हम_सब_मशीन_बन_गय_है_हिंदी_कहानी
  • #खाली_बैंठे_है_सरकार
  • #गला-नही छूपाना
  • #गांधी
  • #चापलूसी-का-घड़ा
  • #छोटी मक्खी-बडी मक्खी
  • #टप-टप-टप_हिंदी_कहानी
  • #तस्वीर:-एक सिख
  • #नई_अनगु़जे(पार्ट-2)
  • #नई_अनगु़जे(पार्ट-3)
  • #नया-पात्र
  • #नारी_सशक्तिकरण_कविताएं_हिंदी_में
  • #नारी_सशक्तीकरण_कहानियां_हिंदी_में
  • #नैतिककहानियां
  • #न्यू_ईयर
  • #प्यार
  • #प्रश्न_क्यों_पूछना_चाहिए
  • #प्रेमपरपहानियां
  • #बिना_धब्बे_का_चांद
  • #बुराई_का_जन्म? #howpowerturnintoevilinhindi
  • #बेस्ट_शॉर्ट_स्टोरी_इन_हिंदी
  • #मेरा_नानी_गांव_एक_समाजिक_कहानी
  • #मेरे_अनुसार_राधा-कृष्ण
  • #मोहब्बत
  • #रावण
  • #लवस्टोरीइनहिंदी
  • #वृध्दाश्रम
  • #शिक्षाप्रद_हिंदी_कहानियां
  • #सबसे_बेहतरीन_प्रेरक_कहानियां_हिंदी_में
  • #संस्मरण
  • #स्पेशल_हिन्दी_कहानियां_व्यक्तित्व_पर
  • #हिंदी_कहानी
  • #हिंदीनामा
  • #हिंदीनीबंध
  • 101moral
  • a story on want in hindi with moral
  • A_love_story
  • Fate(किस्मत)
  • kahaniya jo badal de raastey
  • life lessons
  • Mahabharat
  • nuclearfamilyhindistories
  • Uncategorized
  • Whataresomestoriesinhindiwhichxanchangeourthoughtd
  • अपनी संस्कृति को बचाना और मातृभाषा को जानना-उन पर गर्व करना जरूरी क्यों है?
  • चरित्र और चित्र
  • जलने-वाले
  • जलेबी
  • दो-चार गज की दूरियां
  • पहला कदम
  • प्रेरणादायक हिंदी कविता
  • मंजीले और रास्ते
  • मेरी खुशियों मेरा इंतजार कर रही है. 👉 . 🤗🤗🤗
  • शुभ आरंभ की कुछ कहानियां और कविताएं
  • सास-बहू
  • ✅ हिंदी_कहानी
आपका हर  दिन शुभ होगा -
अगर आप की बुद्धि उच्च हो !
    2015 @Lunartheme. All right reserved