गांधी :- राष्ट्रपिता
राष्ट्रपिता, महात्मा गांधी, बापू और ना जाने कितने नामों से प्रसिद्ध कितने नामों से जाने जाते हैं।
पर यह प्रसिद्ध किस लिए हैं जिसे – विंस्टन चर्चिल ने ‘ अध – नंगा ‘ फकीर कहा था।
इतने बड़े उपहास के बावजूद चर्चिल के प्रतिमा के बगल में – बापू की प्रतिमा का लगना।
आखिर कैसे संभव हुआ ! जिसे कई भारतीय आज भी मजबूरी का नाम कहते हैं।
और ना जाने क्या-क्या बुलाते हैं। इसके बावजूद गांधी राष्ट्रपिता क्यों कहलाते हैं।
उनको आप लोग किस लिए जानते हैं? मैं बताऊं किस लिए जानता हूं,
‘अहिंसा परमो – धर्मा ‘, ‘करो या मरो‘ के लिए। ना जाना आजादी के लिए जानता हूं –
ना दुनियादारी के लिए। मैं गांधी को गांधी के कारण जानता हूं
मैं गांधी को उसके वचन पर अटल होने के लिए जानता हूं।
और गांधी बापू इसलिए है – क्योंकि वह खुद को जानता था।
वह जानता था कि उसकी ताकत क्या है। कमजोरियां क्या है। वह ज्यादा होशियार नहीं था – ना ही शारीरिक बलवान।
ना उसने बंदूक उठाई थी । ना ही वह किसी अंग्रेज को मारा था।फिर – भी, वो आजादी के महानायक कहलाया – जानते हो क्यों ?
क्योंकि उसने अपने वचन को ध्यये से संपूर्ण लगन से जोड़ दिया था। इसके बाद चाहे सफलता मिले ना मिले पर वह लगा रहा।
इस कारण वह राष्ट्रपिता कहलाया। क्योंकि पानी को उबालकर नमक उबालकर आंदोलन नहीं होता है।
आंदोलन होता है इकहत्तर अनुयायियों का – लाखों में मार खाकर भी एकजुट होने से। और यह इकहत्तर तभी बनते हैं।
जब आप गुरु हो । और गुरु तभी बन सकते हैं। जब आप खुद को जानते हो।
इस संसार में महानता उसी को प्राप्त होती है।
जो औरों को नहीं – खुद को जानता है।
और लोग भी उसी नदी को गंगा कहते हैं जो सर्वदा बहती है, लाखों किलोमीटर चलकर
मल – मूत्र गंदगी के बावजूद जो साफ / स्वच्छ होती है। गांधी को दुनिया ने बापू नहीं बनाया –
बल्कि गांधी के गुणों ने उनको गांधी कहलाया – बापू बनाया। और गुण क्या है , हमारी सार्वभौमिक पहचान।
पहचान समाज में भी और उस से बढ़कर हमारे खुद से खुद का भी।
इस पहचान को ढूंढिए सफलता मिले ना मिले पर यकीन मानिए इतिहास आपको भूलने नहीं देगा।
11. अर्थहीन 👀 सबसे बड़ा गुण 👀❣️
21. इंसान कब 👀 इंसान कौन 👀 इंसान सब हैं क्या 👀🤔
12. खुद डूबो – खुद सिखों 👀🏊♀️🤔
213. क्या पाप कर्म की धुलाई हो सकती है ? 💫👀💫👀
————-@Meri Kitabe @————
ज़िन्दगी भर – ज़िन्दगी के लिए !