प्यार के सांय
❤️प्यार या सिर्फ 😊एहसास पता नहीं, पर तुम बिन अब ये दिन अच्छे नहीं लगते🥀
Love 😔 |
कुछ टूट-टूटकर मुझसे यूँ बिखड़ गया। मुझे दर्द तो हुआ मगर, आँसू बहे नहीं।
शायद इसलिए, क्योंकि मैं उसे उतना नहीं चाहती थी। मगर शायद वो चाहता था मुझे।
हमें मिले करीबन छ: महिने ही हुए थे ।मगर हम ऐसे जीने लगते थे।
जैसे बचपन से एक-दूसरे को जानते हो। वैसे मुझे कभी लगा नहीं कि मैं उससे प्यार करती हूँ।
मगर वो पागल था – पागल । चाहे रात के दो बजे हो,बरसात से सड़क जाम हो जहाँ बुलाती दौड़ा चला आता।
मैंने उसे औरों की तरह ही समझा । मगर ना-जाने आज भी मुझे क्यूँ याद आ रहा है।
उसको मुझसे दूर हुए दो साल हो गया है। और उसकी मौत भी शायद मेरी वजह से हुई थी।
बात यह थी कि वो प्यार करता था। और में उसे अपनी जीस्म की प्यासी समझती थी।
बाकि लड़को की तरह। मुझे याद हैं कि उसने मुझे सबके के सामने प्रपोज किया था।
पर मैंने उसे सिर्फ एक दोस्त समझा था। खैर उसके बाद हमारी नराजगी बढ़ गई।
दूर हुए मगर यादे बरकरार थी। चाहते बरकरा थी। और शायद वो और ज्यादा बेकरार था।
उसने मुझे एक दिन कॉल किया और बोला कि मैं तुम से मिलना चाहता हूं।
और मैं भी चाहती थी। मिले मगर मुझे वो थोड़ा बदला-बदल लगा।
मैंने पूछा “बोलो क्यों बुलाया मुझे?”
❤️💐💐 |
जवाब मिला: दिल की तसल्ली के लिए।
मैं भड़क गई । मगर उसने जरा भी बुरा नहीं माना।
उसने उस वक़्त बस मुस्करा दिया था। मैं समझ नही पाई ।
मुझे लगा वो पागल हो गया है शायद ।मगर नहीं वो एकदम स्वस्य था । फिर मैंने पूछा।
“तुमने शादी कर ली?”
बोला – “हाँ करली। “
मगर वो झूठ बोल रहा था।
उसने पूछा मुझे, ” तुम क्या कर रही हो आज- कल?”
मै बोली बस अपने काम में लगी हुई हूँ।
हमारी बात ज्यादा देर नहीं चली। हम जादातर खामोश ही रहे।
मगर फिर मुलाकात नहीं हुई। क्योंकि सुनने में आया कि एक एक्सीडेंट में उसकी जान चली गई।
मगर मैं खुद को दोषी मान रही थी और आज भी मानती हूं। पता नहीं क्यूं?
जबकि उसके बाद मैंने उसे देखा तक नहीं था। शायद में भी उसको चाहने लगी थी।
मगर गलत-फेहमी थी मेरी कि उसे दुनियाँ के चक्कर में औरों की तरह ही समझ।
जिस्म का प्यासा । और हो भी क्यों ना। मैंने इससे पहले,किसी और से प्यार किया था।
मगर उसने धोखो दिया था और मैंने मान लिया था कि सब लड़के ऐसे ही है।
मगर उस आज-तक मुझे कभी परेशान नहीं किया।
मगर मैं तब भी परेशान थी। और आज भी परेशान हूँ। मैं ना जाने क्यूँ उसे याद कर रही हूँ। शायद वो प्यार था ।
😌❣️😌 |
मगर मेरी गलतफेरमी वो अब नहीं है। मगर मुझमें है। मेरी कहानी में। खैर !
अब मैं बहुत आगो बढ़ चुकी हूँ, उस अध्याय से, मगर कुछ है जो आज भी टूट रहा है मुझमें।
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प्यार के सांय
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ज़िन्दगी भर – ज़िन्दगी के लिए !